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अमरूद की पत्ती के स्वास्थ्य सम्बन्धित लाभ

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अमरूद की पत्ती कई स्वास्थ्य समस्याओं के लिए एक प्राकृतिक उपाय है। यह पाचन में सुधार करता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, वजन कम करने में मदद करता है, रक्त शर्करा को नियंत्रित करता है, हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है, और त्वचा की स्थिति को बेहतर बनाता है.  अमरूद की पत्ती के कुछ विशेष फायदे: पाचन: अमरूद की पत्ती चबाने या उबालकर पीने से पाचन में सुधार होता है, पेट की गैस, एसिडिटी और कब्ज से राहत मिलती है.  रोग प्रतिरोधक क्षमता: अमरूद की पत्ती विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और संक्रमण से बचाता है.  वजन घटाने में मदद: अमरूद की पत्ती कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को कम करने में मदद करती है, जिससे वजन कम होता है.  रक्त शर्करा नियंत्रण: अमरूद की पत्ती रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती है, जिससे मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद मिलती है.  हृदय स्वास्थ्य: अमरूद की पत्ती हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करती है, क्योंकि यह रक्तचाप को नियंत्रित करने और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करती है.  त...

सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस.. एक अनचाही बीमारी, कारण, लक्षण, एवं उपचार... जानिए

सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस एक अनचाही बीमारी... सर्वाइकल स्पॉन्डिलोसिस के कारण, संकेत, लक्षण एवं उपचार.. जब उपास्थियों (नरम हड्डी) और गर्दन की हड्डियों में घिसावट होती है तब सर्वाइकल की समस्या उठेगी। इसे गर्दन के अर्थराइटिस के नाम से भी जाना जाता है। यह प्राय: वृद्धावस्था में उठता है। सर्वाइकल स्पॉन्डलाइसिस के अन्य दूसरे नाम सर्वाइकल ऑस्टियोआर्थराइटिस, नेक आर्थराइटिस और क्रॉनिक नेक पेन के नाम से जाना जाता है। सर्वाइकल स्पॉन्डलाइसिस गर्दन के जोड़ों में होने वाले अपक्षय से सम्बंधित है जो उम्र के बढ़ने के साथ बढ़ता है। 60 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों में प्राय: यह पाया जाता है। इसके कारण अक्षमता या अशक्तता हो जाती है। बच्चों और युवाओं की तुलना में बूढ़े लोगो में पानी की मात्रा कम होती है जो डिस्क को सूखा और बाद में कमजोर बनाता है। इस समस्या के कारण डिस्क के बीच की जगह गड़बड़ हो जाती है और डिस्क की ऊंचाई में कमी लाता है। ठीक इसी प्रकार गर्दन पर भी बढ़ते दबाव के कारण जोड़ों और या गर्दन का आर्थराइटस होगा। घुटने के जोड़ की सुरक्षा करने वाली उपास्थियों का यदि क्षय हो जाता है तो हड्डियों में घर्षण होगा। उपास्थि...