Wednesday, 4 June 2025

SIP या PPF, कौन देगा बेहतर रिटर्न ,जानिए

 SIP vs PPF: हर महीने सिर्फ ₹5000 लगाइए, 15 साल में कौन देगा ज्यादा पैसा? ऐसे मिलेगा ₹7,52,373 तक दमदार रिटर्न 

SIP Vs PPF:

हर महीने ₹5000 की बचत से आप 15 साल में या तो PPF में ₹16.27 लाख पा सकते हैं या SIP के जरिए ₹23.79 लाख. जहां PPF सुरक्षित है, वहीं SIP हाई रिटर्न देता है लेकिन रिस्क के साथ. दोनों के फायदे और नुकसान को समझकर ही निवेश करें.


SIP vs PPF: 
अगर आप हर महीने ₹5000 की बचत करना शुरू करें तो क्या SIP बेहतर है या PPF? यह सवाल लगभग हर मिडल क्लास परिवार में उठता है. एक तरफ PPF है जिसमें गारंटीड रिटर्न और टैक्स छूट मिलती है, दूसरी तरफ SIP यानी म्यूचुअल फंड का इक्विटी लिंक्ड निवेश, जो लॉन्ग टर्म में ज्यादा रिटर्न दे सकता है. चलिए, दोनों विकल्पों को 15 साल की अवधि में ₹5000 महीने के निवेश के हिसाब से समझते हैं.

PPF में ₹5000 महीने का निवेश: कितना मिलेगा?

PPF (Public Provident Fund) एक सुरक्षित और टैक्स फ्री निवेश विकल्प है, जिसे सरकार समर्थित करती है. अभी की बात करें तो PPF पर ब्याज दर 7.1% सालाना है (मई 2025 तक). इसकी लॉक-इन अवधि 15 साल होती है.

महीना: ₹5000
सालाना निवेश: ₹60,000
कुल निवेश (15 साल): ₹9,00,000
ब्याज दर: 7.1% कंपाउंडेड एनुअली
मच्योरिटी अमाउंट: लगभग ₹16,27,284
कुल रिटर्न: ₹7,27,284
नोट: PPF का ब्याज हर तिमाही रिवाइज होता है, लेकिन हम यहां कंसिस्टेंसी के लिए 7.1% ही मान रहे हैं.

sip vs ppf 5000 monthly investment return comparison

SIP में ₹5000 महीने का निवेश: कितना मिलेगा?
SIP (Systematic Investment Plan) म्यूचुअल फंड्स में निवेश का तरीका है. अगर आप Equity Mutual Funds में SIP करते हैं तो औसतन 12% तक सालाना रिटर्न मिल सकता है, हालांकि यह गारंटीड नहीं है.

महीना: ₹5000
सालाना निवेश: ₹60,000
कुल निवेश (15 साल): ₹9,00,000
एवरेज रिटर्न: 12% कंपाउंडेड एनुअली
मच्योरिटी अमाउंट: लगभग ₹23,79,657
कुल रिटर्न: ₹14,79,657
नोट: SIP में रिटर्न बाजार पर निर्भर करता है और उतार-चढ़ाव हो सकता है. इसमें जोखिम भी शामिल है.



SIP vs PPF: ₹5000 के निवेश पर कौन देगा ज्यादा फायदा?

योजना कुल निवेश ब्याज / रिटर्न मैच्योरिटी वैल्यू
PPF ₹9 लाख ₹7.27 लाख ₹16.27 लाख
SIP ₹9 लाख ₹14.79 लाख ₹23.79 लाख
टैक्स में कौन है बेहतर?

1. PPF
EEE कैटेगरी में आता है- निवेश, ब्याज और निकासी- तीनों टैक्स फ्री.

धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की छूट मिलती है.

2. SIP (ELSS को छोड़कर)

एक साल से ज्यादा के निवेश पर Long Term Capital Gains (LTCG) टैक्स लागू होता है.
₹1 लाख तक का LTCG टैक्स फ्री है, उसके बाद 10% टैक्स देना होता है.


रिस्क और लिक्विडिटी में फर्क

PPF: जोखिम नहीं है, लेकिन 15 साल तक पूरी रकम नहीं निकाल सकते. आंशिक निकासी 7 साल बाद होती है.
SIP: मार्केट रिस्क है, लेकिन जरूरत पर फंड आंशिक या पूरी तरह निकाल सकते हैं.
कहां मिलेगा ज्यादा पैसा?

अगर आप कम रिस्क में सुरक्षित निवेश चाहते हैं और टैक्स बचाना चाहते हैं, तो PPF एक शानदार विकल्प है. लेकिन अगर आपकी जोखिम सहने की क्षमता थोड़ी ज्यादा है और आप ज्यादा रिटर्न पाना चाहते हैं तो SIP बेहतर ऑप्शन साबित हो सकता है. 15 साल में SIP ₹7.52 लाख तक ज्यादा रिटर्न दे सकता है, लेकिन इसके साथ रिस्क भी है.

FAQs: SIP बनाम PPF से जुड़े आम सवाल
1. क्या SIP में गारंटीड रिटर्न मिलता है?

नहीं, SIP यानी म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार आधारित होता है. इसमें रिटर्न गारंटीड नहीं होता, लेकिन लंबे समय में औसतन 10-12% तक रिटर्न मिल सकता है. निवेश का चुनाव और मार्केट कंडीशन इस पर असर डालती है.

2. PPF में अभी कितनी ब्याज दर मिल रही है?

वर्तमान में (Q1 FY 2025) PPF पर सालाना 7.1% ब्याज मिल रहा है, जो सरकार हर तिमाही रिवाइज करती है. ब्याज कंपाउंडिंग एनुअली होती है और पूरी तरह टैक्स फ्री होती है.

3. क्या SIP में टैक्स छूट मिलती है?

सिर्फ ELSS (Equity Linked Savings Scheme) SIP पर टैक्स छूट मिलती है- सेक्शन 80C के तहत ₹1.5 लाख तक. बाकी SIPs पर टैक्स छूट नहीं मिलती, और ₹1 लाख से ज्यादा के Long Term Capital Gains पर 10% टैक्स लगता है.

4. क्या SIP या PPF में बीच में पैसा निकाला जा सकता है?

PPF:
15 साल का लॉक-इन होता है, लेकिन आंशिक निकासी 7वें साल के बाद संभव है, कुछ शर्तों के साथ.

SIP:
इसमें लिक्विडिटी ज्यादा है- आप किसी भी समय फंड निकाल सकते हैं, हालांकि 1 साल से कम समय में निकासी पर टैक्स और एग्जिट लोड लग सकता है.

5. SIP और PPF में से कौन ज्यादा रिटर्न देता है?
लंबे समय (10–15 साल) में SIP, खासकर Equity Mutual Funds में, आमतौर पर PPF से ज्यादा रिटर्न देता है. लेकिन यह जोखिम पर निर्भर करता है. अगर सेफ्टी और टैक्स फ्री रिटर्न चाहिए, तो PPF बेहतर विकल्प है.

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