निर्गुंडी (Nirgundi) के औषधीय गुण....सुगंधित झाड़ीदार पौधा।

निर्गुंडी (Nirgundi) के औषधीय गुण....सुगंधित झाड़ीदार पौधा।



निर्गुंडी (Nirgundi) का वैज्ञानिक नाम
निर्गुंडी का वैज्ञानिक नाम Vitex negundo है। यह वर्बेनेसी (Verbenaceae) परिवार का एक बड़ा सुगंधित झाड़ीदार पौधा है, जिसे अंग्रेजी में "Five-leaved chaste tree" या "Horseshoe vitex" भी कहा जाता है।

निर्गुंडी के औषधीय गुण:

निर्गुंडी आयुर्वेद में "सर्वरोगनिवारिणी" के रूप में जाना जाता है, अर्थात यह विभिन्न रोगों का उपचार करने वाला एक बहुमुखी जड़ी-बूटी है। इसमें फ्लेवोनॉइड्स, टेरपेनॉइड्स, फिनोल्स, अल्कलॉइड्स (जैसे विट्रीसिन), बीटा-सिटोस्टेरॉल, विटामिन C और E जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो इसके एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-माइक्रोबियल और एनाल्जेसिक गुणों को प्रदान करते हैं। यह वात-कफ दोषों को संतुलित करने में विशेष रूप से उपयोगी है। नीचे इसके प्रमुख औषधीय गुणों और उपयोगों की जानकारी दी गई है:

1. एंटी-इंफ्लेमेटरी और दर्द निवारक गुण (Anti-inflammatory and Analgesic Properties)

निर्गुंडी सूजन को कम करने और दर्द दूर करने में प्रभावी है। यह प्रोस्टाग्लैंडिन संश्लेषण को रोककर जोड़ों के दर्द, गठिया (आर्थराइटिस), मांसपेशियों की ऐंठन, पीठ दर्द, घुटने के दर्द और माइग्रेन में राहत प्रदान करता है।

उपयोग: पत्तियों का लेप या तेल (निर्गुंडी तेल) को प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। यह मोच, खरोंच और चोटों के लिए भी फायदेमंद है।

2. श्वसन संबंधी विकारों में लाभ (Respiratory Health)

यह खांसी, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और सांस की तकलीफ में सहायक है। इसके एंटी-हिस्टामाइन गुण सर्दी-जुकाम और एलर्जी को नियंत्रित करते हैं।

उपयोग: पत्तियों का काढ़ा या धुआं (सूखी पत्तियों को जलाकर) लें। फिलीपींस में इसे खांसी की दवा के रूप में मान्यता प्राप्त है।

3. तंत्रिका तंत्र के लिए लाभ (Neuroprotective and Anxiolytic Properties)

निर्गुंडी तनाव, चिंता, अवसाद और मिर्गी (epilepsy) में शांतिदायक प्रभाव दिखाता है। यह मस्तिष्क की नसों को मजबूत करता है और दौरे पड़ने से रोकता है।

उपयोग: पत्ती का रस या चूर्ण दूध के साथ लें। यह नींद में सुधार भी करता है।


4. त्वचा और घाव भरने के गुण (Skin Health and Wound Healing)

एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुणों के कारण यह घाव, अल्सर, फोड़े और त्वचा संक्रमणों को साफ करता है तथा तेजी से भरने में मदद करता है।

उपयोग: पत्तियों का गर्म काढ़ा या लेप लगाएं। यह त्वचा की सूजन और खुजली में भी उपयोगी है।

5. महिलाओं के स्वास्थ्य में लाभ (Women's Health)

यह मासिक धर्म की अनियमितता, पेट दर्द और प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS) के लक्षणों को कम करता है। बालों के विकास को बढ़ावा देने के लिए तिल तेल में मिलाकर सिर पर लगाएं।

उपयोग: काढ़ा या तेल का बाहरी अनुप्रयोग।

6. अन्य गुण (Other Properties)

एंटी-डायबिटिक: इंसुलिन स्तर सुधारकर मधुमेह नियंत्रित करता है।
एंटी-पायरेटिक: बुखार (जैसे मलेरिया या टाइफॉइड) में बुखार उतारने में सहायक।
एंटी-ट्यूमर और एंटी-वेनम: कैंसर कोशिकाओं को रोकने और सांप के जहर को निष्क्रिय करने में संभावित लाभ।

पाचन और लीवर स्वास्थ्य: पाचन सुधारता है और लीवर को detoxify करता है।

उपयोग की विधि और सावधानियां

खुराक: चूर्ण 1-3 ग्राम दिन में दो बार, काढ़ा 20-30 ml, या तेल बाहरी उपयोग। हमेशा आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह लें।

साइड इफेक्ट्स: सामान्यतः सुरक्षित, लेकिन अधिक मात्रा में गर्भवती महिलाओं या निम्न रक्तचाप वाले लोगों को हानि पहुंचा सकता है। एलर्जी की जांच करें।

निर्गुंडी को ताजा पत्तियों, जड़ या तेल के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। वैज्ञानिक अध्ययनों से इसके इन गुणों की पुष्टि हुई है, लेकिन चिकित्सा सलाह अनिवार्य है।

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