कृपया हमेशा सावधान रहें... जानिए क्यों और किससे ?
🔴 हमेशा सावधान रहें...।
1. घमंड से सावधान रहें, इसका उद्देश्य आपकी सारी उपलब्धियों को नष्ट कर आपको मूल्यहीन बनाना है।
2. विश्वासघात से सावधान रहें, इसका लक्ष्य आपके अच्छे संबंधों को छीनकर आपको निराश करना है।
3. ईर्ष्या से सावधान रहें, इसका उद्देश्य आपको अपनी ही खुशियों की कद्र करने से अंधा करना है।
4. क्रोध से सावधान रहें, इसका मकसद आपको मूर्खतापूर्ण कार्य करने के लिए उकसाना और बाद में पछतावा दिलाना है।
5. आलस्य से सावधान रहें, इसका उद्देश्य आपकी क्षमता और अवसरों को बर्बाद करना है।
6. लालच से सावधान रहें, इसका मकसद आपको उन चीज़ों से दूर करना है जो वास्तव में मायने रखती हैं।
7. चुगली से सावधान रहें, इसका उद्देश्य चुपचाप आपकी छवि को धूमिल करना है।
8. टालमटोल से सावधान रहें, इसका लक्ष्य आपकी सफलता को लगातार टालते रहना है।
9. जलन से सावधान रहें, इसका उद्देश्य आपको अपनी यात्रा की सराहना करने से रोकना है।
10. अहंकार से सावधान रहें, इसका मकसद आपको सच्चे दोस्तों और मददगारों से दूर करना है।
11. अधीरता से सावधान रहें, इसका लक्ष्य यह है कि आप अपने योग्य पुरस्कारों से वंचित रह जाएँ।
12. बेवफाई से सावधान रहें, इसका उद्देश्य उन रिश्तों को कमजोर करना है जो आपको मजबूत बनाते हैं।
13. कड़वाहट से सावधान रहें, इसका मकसद आपके दिल को अच्छी चीज़ों के प्रति ज़हर से भर देना है।
14. स्वार्थ से सावधान रहें, इसका लक्ष्य आपको सार्थक रिश्तों से अलग करना है।
15. डर से सावधान रहें, इसका उद्देश्य आपके सपनों को शुरू होने से पहले ही जकड़ लेना है।
16. बेईमानी से सावधान रहें, इसका मकसद वहाँ दीवारें खड़ी करना है जहाँ पुल बनने चाहिए।
17. नफ़रत से सावधान रहें, इसका लक्ष्य आपकी खुशी और शांति को नष्ट करना है।
18. घमंड से सावधान रहें, इसका उद्देश्य आपको यह महसूस कराना है कि आपको किसी की ज़रूरत नहीं।
19. औसतपन से सावधान रहें, इसका मकसद आपको आपकी महानता से दूर रखना है।
20. नकारात्मक सोच से सावधान रहें, इसका लक्ष्य आपकी आशाओं को पनपने से पहले ही कुचल देना है।
21. अधीरता से सावधान रहें, इसका उद्देश्य आपको ऐसे निर्णयों में धकेलना है जिनसे आप बच सकते थे।
22. लापरवाही से सावधान रहें, इसका मकसद आपकी वर्षों की मेहनत को नष्ट करना है।
23. उपहास से सावधान रहें, इसका उद्देश्य लोगों को आपसे दूर करना है।
24. असहिष्णुता से सावधान रहें, इसका लक्ष्य दूसरों की समझ को सीमित करना है।
25. कंजूसी से सावधान रहें, इसका उद्देश्य आपको निर्धन बनाना है।
साभार fb
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