नींद की कमी , कारण एवं उपाय
यदि आप हर समय नींद आने जैसा महसूस करना, काम में मन न लगना, सारा दिन पीलापन महसूस होना, कमजोरी महसूस होना जैसी समस्याओं से ग्रसित हैं तो ध्यान दीजिये…
अधूरी नींद -:
हमारे शरीर को कम से कम 7 से 8 घंटे की आरामदायक नींद की आवश्यकता होती है। रात को सोते समय मोबाइल फोन और टैबलेट का उपयोग करने से आपको जल्दी नींद नही आती है ।
कभी-कभी हम नींद के बीच में ही चौंककर जाग जाते हैं। डर या तनाव के कारण नींद पूरी नहीं होती है। मस्तिष्क की थकान के कारण दिनभर थकावट महसूस होता है।
अनुशंसित मात्रा से अधिक भोजन करना -:
हमें अपना भोजन थोड़ी भूख के साथ करना चाहिए ताकि हम जो खाते हैं वह ठीक से पच सके। पहले तो ऐसा लग सकता है कि हम कम खा रहे हैं, लेकिन बाद में हमें इसकी आदत हो जाती है।
पर्याप्त व्यायाम न करना -:
अपने शरीर को ऊर्जावान और खुश रखने के लिए हर सुबह कम से कम 30 मिनट तक अलग-अलग व्यायाम करना जरूरी है। व्यायाम से रक्त परिसंचरण में सुधार होता है। शरीर की कोशिकाएं बेहतर ढंग से काम करती हैं, आप दिनभर ऊर्जावान और खुश रहते हैं।
आहार में प्रोटीन की मात्रा कम होना-:
आपको अपने आहार में भरपूर मात्रा में फल, अंडे और दूध शामिल करना चाहिए। प्रोटीन का उपयोग किया जाना चाहिए । अपने आहार में पनीर, मछली, दही, योगर्ट और नट्स का उपयोग करें। फास्ट फूड पचाना कठिन होता है। इसे खाने से बचें । भोजन समय पर खाएँ।
मीठे खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें-:
यदि आप अक्सर अधिक चीनी वाले मीठे खाद्य पदार्थ खाते हैं, तो आप आलसी हो सकते हैं। इससे आपको पूरे दिन थकान या सुस्ती महसूस हो सकती है। कम चीनी वाले खाद्य पदार्थ खाने पर ध्यान दें।
शरीर में आयरन की कमी-:
अगर हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन या खून कम हो जाए तो हम बिना कोई काम किए भी थका हुआ महसूस करते हैं। मुझे अक्सर सिरदर्द और चक्कर आते हैं। इसलिए अपने आहार में पत्तेदार सब्जियाँ, फल और हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए आवश्यक खाद्य पदार्थों को शामिल करना महत्वपूर्ण है।
तनाव-:
कुछ समय उन कामों में लगाएं जो आपको पसंद हैं चाहे वे कार्यस्थल पर हों या घर पर। गाने सुनना, फिल्में देखना, यात्रा करना आदि जो भी आपको पसंद हो। जिससे आपके तनाव में कमी आएगी। या फिर कुछ समय के लिए काम के तनाव से खुद को दूर रखें ताकि आपका मूड बेहतर हो और आप अधिक ऊर्जावान तरीके से काम कर सकें।
साभार
पोषण विशेषज्ञ एवं आहार विशेषज्ञ
प्राकृतिक चिकित्सक
डॉ० भोरकर
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