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Showing posts from February, 2025

समुद्री नमक ( Sea Salt) का प्रयोग स्वास्थ्यवर्धक

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सैंधव / सेंधा नमक - Sea Salt ( लाहौरी नमक ) _____________________  दैनिक भोजन में सामान्य नमक के स्थान पर  समुद्री नमक का उपयोग करिये -: 1-: समुद्री नमक में सामान्य नमक की तुलना में इलेक्ट्रोलाइट की मात्रा कम होती है। इससे भंगुर हड्डियों और जोड़ों के दर्द जैसी समस्याओं को रोकने में मदद मिलती है। यदि शरीर को बहुत अधिक इलेक्ट्रोलाइट्स प्राप्त हो जाएं तो हड्डियों में दर्द की समस्या हो सकती है इसलिए आपको अपने खाने में सेंधा नमक का इस्तेमाल करना चाहिए।   2 -:  उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों को नियमित रूप से समुद्री नमक का सेवन करने की सलाह दी जाती है। इससे रक्तचाप को नियंत्रण में रखने में मदद मिलती है। नमक रक्तचाप की समस्या को बढ़ाता है लेकिन नमक को पूरी तरह से खत्म करना असंभव है इसलिए नियमित नमक की बजाय आहार में सेंधा नमक का उपयोग करना हमेशा बेहतर होता है।  3 -: पिछले कुछ वर्षों में हृदय रोग से पीड़ित लोगों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। यदि हृदय की समस्या अधिक गंभीर हो जाए तो अचानक दिल का दौरा पड़ने और मृत्यु होने की संभावना रहती है। लेकिन अगर...

APK App बनाकर साइबर ठगी - सावधान एंड्राइड यूजर्स

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एपीके ऐप बनवा कर साइबर ठगी, एंड्रॉयड यूजर ध्यान रखें.......  लखनऊ पश्चिम में तैनात एडीसीपी की पत्नी से ठगी करने वाले 10वीं फेल साइबर ठगों की गिरफ्तारी के साथ कई खुलासे हुए। आरोपितों ने प्रोग्रामर से एपीके फाइल (ऐप) तैयार कराई थी। जिसका मनचाहा नाम रखा जा सकता है। लोग आसानी से विश्वास कर लें। इसलिए ठगों ने पीएम आवास योजना और पीएम कुसुम योजना के नाम से ऐप बनवाई थी। प्रोग्रामर एक एपीके फाइल तैयार करने के बदले एक हजार रुपये लेता है। जिसमें एक से पांच एपीके फाइल सेण्ड की जाती है। क्लिक करते ही डाउनलोड हो जाता है ऐप -:  ___________________________________  झारखण्ड का जामताड़ा साइबर ठगों का मेन हब है। धोखाधड़ी को अंजाम देने के लिए एक तकनीक एपीके फाइल (ऐप) भी है। साइबर एक्सपर्ट राहुल मिश्र ने बताया कि एपीके फाइल बनाने के लिए कोडिंग लैंग्वेज में विशेषज्ञ होना जरूरी है। साइबर ठगी में शामिल ज्यादातर अपराधी कम पढ़े लिखे होते हैं। उन्हें कोडिंग नहीं आती। इसलिए प्रोग्रामर की मदद से ऐप तैयार कराई जाती है। राहुल बताते हैं कि व्हाट्सऐप के जरिए यह लिंक शेयर किए जाते हैं। चिह्नित...

आस्था - महा शिवरात्रि पर्व ( भगवान महादेव से जुड़े रोचक तथ्य )

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भगवान शिव, शंकर, महादेव, भोलेनाथ से जुड़े  रोचक तथ्य--- 1. भगवान शिव के कोई माता-पिता नही है उन्हें अनादि माना गया है  अर्थात्  जो हमेशा से था जिसके जन्म की कोई तिथि नही । 2. कथक, भरतनाट्यम करते वक्त भगवान शिव की जो मूर्ति रखी जाती है उसे नटराज कहते है । 3. किसी भी देवी-देवता की टूटी हुई मूर्ति की पूजा नही होती लेकिन शिवलिंग चाहे कितना भी टूट जाए फिर भी पूजा जाता है । 4. हम शिवरात्रि इसलिए मनाते है क्योंकि  इस दिन शंकर-पार्वती का विवाह  हुआ था । 5. शंकर भगवान की एक बहन भी थी अमावरी  जिसे माता पार्वती की जिद्द पर खुद महादेव ने अपनी माया से बनाया था । 6. भगवान शिव और माता पार्वती का 1 ही पुत्र था जिसका नाम था कार्तिकेय । गणेश भगवान तो मां पार्वती ने अपने उबटन (शरीर पर लगे लेप) से बनाए थे । 7. भगवान शिव ने गणेश जी का सिर इसलिए काटा था क्योकि गणेश जी ने भगवान शिव को मॉं पार्वती से मिलने नही दिया था  क्योंकि गणेश जी की  माॉं पार्वती ने ही ऐसा करने के लिए कहा था । 8. भोले बाबा ने तांडव करने के बाद सनकादि के लिए चौदह बार डमरू बजाया था जिससे मा...

महिलाओं के लिए बेस्ट बिज़नेस आईडिया

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ना ऑफिस की टेंशन-ना फैक्ट्री जाने की...महिलाओं के लिए बेस्ट हैं ये बिजनेस आइडिया । आज के समय में महिलाएं न केवल घर की जिम्मेदारी संभाल रही हैं बल्कि आत्मनिर्भर भी बन रही हैं. कई ऐसे बिजनेस के ऑप्शन मौजूद हैं,जो महिलाओं की घर बैठे धांसू कमाई करवा सकते हैं. अगर आप भी घर बैठे कमाई का सपना देख रही हैं, तो कुछ बिजनेस आइडियाज आपके लिए बेस्ट साबित हो सकते हैं. तो चलिए जानेंगे कम लागत में अच्छी कमाई वाले बिजनेस आइडिया कौन से हैं ।   होममेड फूड -:  ____________   अगर आपको खाना बनाने का शौक है, तो घर बैठे आप आसानी से कमाई कर सकते हैं. आप घर बैठे टिफिन सर्विस या केक-बेकरी बिजनेस शुरू कर सकती हैं । इस बिजनेस में लागत कम और कमाई का ज्यादा मौका रहता है । बुटीक -:  ______ अगर आपको सिलाई आदि करना आता है तो फिर आप आसानी से घर बैठे पैसे कमा सकती हैं । आप घर बैठे आसानी से विभिन्न तरीके के कपड़ों की सलाई करके, उनको ऑनलाइन और ऑफलाइन बेच सकती हैं । जी हां आप चाहें तो ऑनलाइन बुटीक स्टार्ट करें और सोशल मीडिया से प्रमोट करें ।

नौकरी नही लेकिन घर चाहिए ( Home Loan)

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नौकरी नहीं करते लेकिन Home Loan चाहिए?  ये 5 चीजें चेक करेगा बैंक, दुरुस्त कर लें, आसानी से मिल जाएंगे पैसे । हर किसी का सपना होता है कि उसका खुद का घर हो लेकिन घर खरीदना या बनाना आसान नहीं होता । ज्यादातर लोग तो होम लोन (Home Loan) लेकर ही अपना घर बना पाते हैं अगर कोई नौकरीपेशा व्यक्ति होम लोन के लिए अप्लाई करता है तो बैंक उसकी सैलरी, बैंक स्टेटमेंट और अन्य दस्तावेजों की जांच करता है  लेकिन अगर कोई सेल्फ-एंप्लॉयड (Self-Employed) व्यक्ति होम लोन लेना चाहता है, तो बैंक किन चीजों को ध्यान में रखता है? 1- उम्र बहुत मायने रखती है -:  _________________________   बैंक किसी को भी होम लोन देने से पहले उसकी उम्र जरूर चेक करते हैं । अगर कोई सेल्फ-एंप्लॉयड व्यक्ति युवा है तो उसे अधिक लोन मिलने की संभावना रहती है  साथ ही उसे लंबी अवधि के लिए लोन भी मिल सकता है जिससे ईएमआई (EMI) कम हो सकती है । इससे लोन चुकाना भी आसान हो जाता है । 2- दस्तावेजों की जांच होती है -:  __________________________ होम लोन से पहले बैंक कई जरूरी दस्तावेजों की जांच करता है । इसमें इनक...

उत्तर प्रदेश में जन्म प्रमाणपत्र कैसे बनवायें ? जाने प्रक्रिया ( UP Birth Certificate )

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UP Birth Certificate : भारत सरकार ने जन्म प्रमाण पत्र (बर्थ सर्टिफिकेट) से जुड़े नियमों में बदलाव किया है। यदि आपके पास जन्म प्रमाण पत्र नहीं है या उसमें कोई गलती है, तो इसे सही कराने के लिए आपके पास 27 अप्रैल 2026 तक का समय है। इस तारीख के बाद किसी भी प्रकार का नया प्रमाण पत्र जारी नहीं किया जाएगा और न ही कोई संशोधन संभव होगा। बर्थ सर्टिफिकेट क्यों जरूरी है? , UP Birth Certificate बर्थ सर्टिफिकेट सिर्फ स्कूल एडमिशन के लिए ही नहीं, बल्कि पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, सरकारी योजनाओं, वोटर आईडी, आधार कार्ड और अन्य महत्वपूर्ण सरकारी दस्तावेजों के लिए अनिवार्य है। क्या हैं नए बदलाव? | UP Birth Certificate Update  पहले जन्म के 15 साल बाद तक बर्थ सर्टिफिकेट बनवाने की सीमा थी, जिसे अब हटा दिया गया है। अंतिम आवेदन की तारीख को 31 दिसंबर 2024 से बढ़ाकर 27 अप्रैल 2026 कर दिया गया है।   बर्थ सर्टिफिकेट के लिए आवेदन प्रक्रिया आप जन्म प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन (घर बैठे प्रक्रिया) 1. सरकारी वेबसाइट आवेदन करने के लिए इन वेबस...

कैल्शियम की कमी - कारण, लक्षण, उपाय

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कैल्शियम की कमी के लक्षण और घरेलू उपचार  ▪️नाखूनों का सफेद होना। या उस पर ऐसे दाग उभर आते हैं.  ▪️हाथों में झनझनाहट   ▪️हड्डी में भंगुरता।  ▪️जोड़ों का दर्द  हाथ, पैर, जांघों की हड्डियों में दर्द।  ▪️थकान, कम नींद।  ▪️डिमेंशिया   ▪️शुष्क त्वचा, खुजली।  ▪️दांतों में सड़न होना, दांतों में सड़न होना, उनकी जड़ों का ढीला हो जाना।  ▪️मासिक धर्म के दौरान पेट दर्द,  ▪️निराशा..   ▪️अनाम भय.  ▪️हड्डियों का खराब होना, जोड़ों में दर्द होना  कैल्शियम की कमी के घरेलू उपचार  दूध- दूध कैल्शियम का सबसे अच्छा स्रोत है. इससे न केवल बच्चों को बल्कि बड़ों को भी पर्याप्त कैल्शियम मिल सकता है। दूध के माध्यम से शरीर में प्रवेश करने वाला कैल्शियम अधिक फायदेमंद होता है।  दही - दही प्रोटीन से भरपूर होता है. एक कटोरी दही में 400 मि.ग्रा. इसमें कैल्शियम होता है. दूध से तैयार अन्य उत्पाद जैसे. पनीर, चीज़ के सेवन से कैल्शियम प्राप्त होता है।  मसाले-तुलसी - ओया के फूल, दालचीनी, पुदीना, लहसुन के साथ-सा...

गन्ने का रस

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 गन्ने का रस पीने के फायदे  ======================  आपको हमेशा गन्ने का रस पीना चाहिए। गन्ने के जूस की दुकान पर लगी घंटियों की आवाज हमें जूस पीने के लिए खींच लाती है। सफर के दौरान आप अक्सर सड़क किनारे गन्ने के जूस का आनंद लेते हैं  लेकिन कुछ लोग गन्ने का रस नहीं पीते क्योंकि उन्हें मीठा पसंद नहीं होता। आज हम आपको गन्ने का रस पीने से शरीर को होने वाले फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं। इन फायदों को पढ़ने के बाद जो लोग गन्ने का रस नही पीते वे भी गन्ने के रस का सेवन करेंगे।  कैंसर से बचाव-: ________________  गन्ने के रस में पोषक तत्व होते हैं। इसके अलावा इसमें कैंसर से बचाव करने वाले जरूरी तत्व भी मौजूद होते हैं। इसमें किडनी स्टोन की समस्या को रोकने की भी क्षमता होती है। गन्ने में कैंसर रोधी गुण होते हैं। कैंसर के लक्षणों के विकास को रोकता है।   गुर्दे की पथरी से बचाव-: _______________________  गन्ने का रस पीने से किडनी में पथरी की समस्या दूर हो जाती है। गन्ने का रस पीने की सलाह कई डॉक्टर भी देते हैं। गन्ने के रस में अम्ली...

शिक्षण कार्य - भयमुक्त वातावरण

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भयमुक्त वातावरण का सृजन केवल बच्चों के लिए ही आवश्यक नहीं है बल्कि यह शिक्षकों और पूरे शिक्षण समुदाय के लिए भी उतना ही महत्वपूर्ण है। यदि शिक्षक स्वयं भययुक्त वातावरण में कार्य करेंगे तो उनकी कार्यक्षमता, रचनात्मकता और शिक्षण कौशल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। 1. भयमुक्त वातावरण का बच्चों पर प्रभाव बच्चे अधिक स्वतंत्र रूप से सोच सकते हैं और अपनी जिज्ञासा व्यक्त कर सकते हैं। वे अपनी शंकाओं को खुलकर रख सकते हैं और गलतियाँ करने से नहीं डरते, जिससे उनका सीखने का अनुभव बेहतर होता है। आत्मविश्वास बढ़ता है और वे शिक्षा को बोझ नहीं बल्कि एक रोचक प्रक्रिया के रूप में देखते हैं। 2. भययुक्त वातावरण का शिक्षकों पर प्रभाव यदि शिक्षक किसी दबाव, डर या तनाव में कार्य करेंगे, तो उनकी सृजनात्मकता और शिक्षण कौशल प्रभावित होंगे। डर के कारण वे नए शैक्षिक प्रयोग करने से हिचकिचाएंगे और सिर्फ पारंपरिक तरीकों से पढ़ाने तक सीमित रह सकते हैं। यदि उन्हें विद्यालय प्रशासन या अन्य उच्चाधिकारियों का भय रहेगा तो वे खुलकर अपने विचार व्यक्त नहीं कर पाएंगे। भययुक्त वातावरण शिक्षकों में मानसिक तनाव, कम आत्मविश्...

शिक्षक कब "Fail" होता है ?

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एक शिक्षक फेल कब होता है?   मैं टटोलता हूँ खुद अपनी ही राहें, कहीं मेरे कदम ही तो नहीं हैं थमे? शिक्षक को समाज में एक मार्गदर्शक, ज्ञानदाता और प्रेरक के रूप में देखा जाता है। लेकिन क्या एक शिक्षक भी फेल हो सकता है? आमतौर पर, जब हम "फेल" शब्द सुनते हैं, तो हमारा ध्यान विद्यार्थियों की असफलता की ओर जाता है, लेकिन शिक्षक भी कई परिस्थितियों में असफल हो सकता है। यह असफलता किसी परीक्षा में नंबरों से नहीं, बल्कि उसके शिक्षकीय दायित्वों में चूक से मापी जाती है। आइए समझते हैं कि एक शिक्षक किन परिस्थितियों में फेल माना जा सकता है।   1. जब वह बच्चों को सीखने के लिए प्रेरित नहीं कर पाता  शिक्षण सिर्फ किताबों का ज्ञान देना नहीं है, बल्कि सीखने की इच्छा जगाना भी है। जब कोई शिक्षक बच्चों में जिज्ञासा और सीखने की ललक नहीं जगा पाता, तो वह अपने मूल कर्तव्य में असफल हो जाता है। अगर विद्यार्थी केवल परीक्षा पास करने के लिए पढ़ रहे हैं, न कि ज्ञान अर्जित करने के लिए, तो कहीं न कहीं शिक्षक की भूमिका कमजोर रही है।   2. जब वह खुद सीखना बंद कर देता है   एक अच्छ...

हेल्दी लाइफ के आसान टिप्स

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आजमाइये ये सुपर फूड्स - सेहत रहेगी बनी-ठनी... 1-: थकान ज्यादा रहे तो भुने चने खाइये। पेट की गैस से छुटकारे के लिए थोड़ी - सी आजवाइन और चुटकी भर हींग पानी के साथ सेवन करें।  2-: अच्छी नींद के लिए गुनगुने दूध में एक चम्मच शहद मिलाकर पी जायें। 3-: फटी त्वचा को स्निग्ध करने के लिए नारियल के तेल में कपूर मिलाकर लगायें। 4-:  अच्छी याददाश्त के लिए अखरोट और बादाम को पानी में भिगोकर खायें।  5-: सर्दी - खॉंसी से छुटकारे के लिए तुलसी दल की चाय पियें। 6-: ब्लड प्रेशर की समस्या में करेले का जूस पियें।  पाचन क्रिया मजबूत करने के लिए सौंफ और मिश्री चबायें। 7-:  दिल की तेज़ धड़कन को कंट्रोल करने के लिए बेल का शरबत पियें और इलाईची खायें।  थायराइड की समस्या में भुना चना और अलसी खायें।  8-: डिहाइड्रेशन से छुटकारे के लिए नींबू और पुदीना का पानी पियें। 9-: शरीर की सूजन को कम करने के लिए तरबूज खायें।  10-: कब्ज दूर करने के लिए गुनगुने पानी में नींबू डालकर पियें। 11-: जोड़ों के दर्द को दूर करने के लिए चुटकी भर हल्दी मिलाकर दूध पियें।  12-: ब्लड शुगर की...

8th पे कमीशन - एक विश्लेषण

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8वें वेतन आयोग की संदर्भ शर्तों पर JCM ने केंद्र सरकार को सौंपे सुझाव - एक विश्लेषण   सरकार द्वारा 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) के गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके तहत सरकार ने नेशनल काउंसिल (स्टाफ साइड) जेसीएम से संदर्भ शर्तों (Terms of Reference) पर सुझाव मांगे थे। जेसीएम ने अपनी सिफारिशों को संकलित कर सरकार को सौंप दिया है और साथ ही स्टैंडिंग कमेटी की बैठक बुलाने की मांग की है ताकि इन शर्तों पर विस्तृत चर्चा हो सके। जेसीएम ने अपनी रिपोर्ट में कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के वेतन, भत्तों, प्रमोशन, पेंशन सुधार, चिकित्सा सुविधाओं और अन्य कल्याणकारी योजनाओं को शामिल करने की मांग की है। 🔹 8वें वेतन आयोग के लिए जेसीएम की मुख्य मांगें 1️⃣ वेतन, भत्ते और पेंशन से जुड़ी समीक्षा 📌 जिन श्रेणियों के लिए सिफारिश की गई है: ✔️ केंद्र सरकार के औद्योगिक और गैर-औद्योगिक कर्मचारी ✔️ अखिल भारतीय सेवाओं के कर्मचारी ✔️ रक्षा बलों और अर्धसैनिक बलों (CAPF) के कर्मचारी ✔️ ग्रामीण डाक सेवक (Gramin Dak Sevak) के कर्मचारी ✔️ केंद्र शासित प्रदेशों के कर्मचारी ✔️ भारतीय लेखा औ...

ज्ञान की देवी - सरस्वती ( वसंत पंचमी)

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सरस्वती को ही ज्ञान की देवी क्यों माना जाता है? मां सरस्वती विद्या, संगीत और बुद्धि की देवी मानी गई हैं। देवीपुराण में सरस्वती को सावित्री, गावत्री, सती, लक्ष्मी और अंबिका नाम से संबोधित किया गया है। प्राचीन ग्रंथों में इन्हें वाग्देवी, वाणी, शारदा, भारती, वीणापाणि, विद्याधरी, सर्वमंगला आदि नामों से अलंकृत किया गया है। यह संपूर्ण संशयों का उच्छेद करने वाली तथा बोधस्वरूपिणी हैं। इनकी उपासना से सब प्रकार की सिद्धियां प्राप्त होती हैं। ये संगीतशास्त्र की भी अधिष्ठात्री देवी हैं। ताल, स्वर, लय, राग-रागिनी आदि का प्रादुर्भाव भी इन्हीं से हुआ है सात प्रकार के स्वरों द्वारा इनका स्मरण किया जाता है, इसलिए ये स्वरात्मिका कहलाती हैं। सप्तविध स्वरों का ज्ञान प्रदान करने के कारण ही इनका नाम सरस्वती है। वीणावादिनी सरस्वती संगीतमय आह्लादित जीवन जीने की प्रेरणावस्था है। वीणावादन शरीर यंत्र को एकदम स्थैर्य प्रदान करता है। इसमें शरीर का अंग-अंग परस्पर गुंथकर समाधि अवस्था को प्राप्त हो जाता है । साम-संगीत के सारे विधि-विधान एकमात्र वीणा में सन्निहित हैं। मार्कण्डेयपुराण में कहा गया है कि नागराज अश्वतारा...

SIP बच्चे के जन्म से करें शुरुआत

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"बच्चे के जन्म से शुरू करें निवेश और 21 साल में बनाएं करोड़पति", अपनाएं निवेश का यह फार्मूला   माता-पिता को अपने बच्चों के भविष्य की चिंता हमेशा रहती है, और इसी वजह से वे निवेश करते हैं। यदि आप बच्चे के जन्म के साथ ही सही निवेश योजना बनाकर शुरुआत करते हैं, तो 21 साल की उम्र तक आपका बच्चा करोड़पति बन सकता है। एसआईपी के जरिए करें निवेश की शुरुआत बच्चे के नाम पर एसआईपी (सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) में निवेश करने से कुछ सालों बाद उसके नाम पर एक बड़ा फंड जमा किया जा सकता है। इससे भविष्य में बच्चे को किसी भी वित्तीय समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। हालांकि म्यूचुअल फंड्स मार्केट से जुड़े होते हैं, फिर भी इनमें लंबे समय तक निवेश करने पर अच्छा रिटर्न मिल सकता है। 21x10x12 फॉर्मूला अपनाएं यदि आप अपने बच्चे को 21 साल की उम्र में करोड़पति बनाना चाहते हैं, तो 21x10x12 फॉर्मूले का पालन करें। 21: इसका मतलब है कि आपको लगातार 21 साल तक निवेश करना होगा। 10: हर महीने 10,000 रुपये का निवेश करें। 12: एसआईपी निवेश पर कम से कम 12% का सालाना रिटर्न मिलना चाहिए। ऐसे बनेगा करोड़ों का फंड अगर आप ब...

नींद की कमी , कारण एवं उपाय

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यदि आप हर समय नींद आने जैसा महसूस करना, काम में मन न लगना, सारा दिन पीलापन महसूस होना, कमजोरी महसूस होना जैसी समस्याओं से ग्रसित हैं तो ध्यान दीजिये…  अधूरी नींद -:    हमारे शरीर को कम से कम 7 से 8 घंटे की आरामदायक नींद की आवश्यकता होती है।  रात को सोते समय मोबाइल फोन और टैबलेट का उपयोग करने से आपको जल्दी नींद नही आती है ।      कभी-कभी हम नींद के बीच में ही चौंककर जाग जाते हैं।  डर या तनाव के कारण नींद पूरी नहीं होती है।  मस्तिष्क की थकान के कारण दिनभर थकावट महसूस होता है।   अनुशंसित मात्रा से अधिक भोजन करना -:     हमें अपना भोजन थोड़ी भूख के साथ करना चाहिए ताकि हम जो खाते हैं वह ठीक से पच सके। पहले तो ऐसा लग सकता है कि हम कम खा रहे हैं, लेकिन बाद में हमें इसकी आदत हो जाती है।   पर्याप्त व्यायाम न करना -:      अपने शरीर को ऊर्जावान और खुश रखने के लिए हर सुबह कम से कम 30 मिनट तक अलग-अलग व्यायाम करना जरूरी है।  व्यायाम से रक्त परिसंचरण में सुधार होता है।  शरीर की कोशिकाएं बेहतर ढंग से काम करती हैं, आ...