तिल - गुड़ खाइये और स्वस्थ रहिये
सर्दियों में कई बीमारियों का सामना करना पड़ता है क्योंकि बदलते वातावरण के कारण सर्दी-खांसी जैसी समस्या होने लगती है। हर साल ठंड बढ़ने पर कई लोगों को इसका सामना करना पड़ता है। सर्दियों में हमें अपने खान-पान में भी बदलाव की जरूरत होती है। जब सर्दियां शुरू होती हैं तो हमें अपने शरीर को गर्म रखने की कोशिश करनी चाहिए। सर्दियों में सूखे मेवे खाने की सलाह दी जाती है क्योंकि ये शरीर को गर्म रखते हैं लेकिन हर कोई काजू और बादाम नहीं खा सकता। तो आप इसके विकल्प के तौर पर अन्य चीजों को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
सर्दियों में तिल-गुड़ को सुपरफूड माना जाता है क्योंकि तिल और गुड़ शरीर को ठंड से बचाने में कारगर होते हैं। आयुर्वेद में गुड़ और तिल खाने के फायदे बताए गए हैं। ये दोनों चीजें शरीर में गर्मी पैदा करती हैं। इससे आपका शरीर गर्म रहता है तो सर्दियों में आप तिल-गड़ की कलछी बनाकर खा सकते हैं।
ठंड में रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने से बैक्टीरिया तेजी से फैलते हैं लेकिन अगर आप तिल को गुड़ के साथ खाते हैं तो सर्दी, खांसी और फ्लू का खतरा भी कम हो जाता है। रोजाना 1 कलछी या 20-25 ग्राम तिल और गुड़ का सेवन आपको कई बेहतरीन फायदे दे सकता है।
तिल के बीज में प्रोटीन, कैल्शियम, फाइबर, फॉस्फोरस, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन बी1, कॉपर और जिंक होता है। तिल के बीज में सेसमिन और सेसमोलिन होते हैं जो दो सबसे महत्वपूर्ण यौगिक हैं ये कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकते हैं। ये हृदय रोग के खतरे को भी कम करते हैं । तिल के बीज में फाइटोस्टेरॉल और पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड होते हैं जो शरीर में जमा खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं।
गुड़ के फायदे-:
गुड़ शरीर को गर्म रखने में मदद करता है । जो लोग रोजाना गुड़ खाते हैं उनके शरीर में आयरन की कमी नही होती है। गुड़ खाने से पाचन क्रिया मजबूत होती है। गुड़ थकान दूर करने में मदद करता है। गुड़ में एंटीऑक्सीडेंट और फेनोलिक एसिड होते हैं जो शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव के स्तर को कम करते हैं।
किसे तिल और गुड़ नहीं खाना चाहिए -:
मधुमेह के रोगियों को तिल गुड़ का सेवन अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए क्योंकि गुड़ खाने से शरीर में ब्लड शुगर तेजी से बढ़ सकता है। तिल के बीज में कुछ संतृप्त फैटी एसिड भी होते हैं जिन्हें अधिक मात्रा में खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है।
C/p
सादर आभार - निरोगी आरोग्य
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