शान अपनी सभी तो दिखाते रहे
दर्द भी क्या कहें गुनगुनाते रहे
आपके प्यार में हम बेहया हो गये
प्यार भी क्या ज़हर सब पिलाते रहे
आपने दे दिया ग़म यही है बहुत
और क्या दे सके मुस्कराते रहे