रंग में रंग मिलता गया
आपके प्यार में खो गये इश्क में रतजगे हो गये दर्द भूले सभी खो गये प्यार के काफिले हो गये ठीक था होंठ चुप ही रहे बात से जलजले हो गये बात में बात जुड़ती गई बात से फलसफ़े हो गये रं...
मन के बोल पर जब जिंदगी गहरे भाव संजोती है, विह्वल होकर लेखनी कहीं कोई संवेदना पिरोती है, तुम भी आ जाना इसी गुलशन में खुशियों को सजाना है मुझे, अभी तो अपनेआप को तुझमें पाना है मुझे